||कृपया पूरी post पढ़े|| मै मानता हु कि आजकल के समय में सब जग...
||कृपया पूरी post पढ़े|| मै मानता हु कि आजकल के समय में सब जगह गलत लोग है चाहे वह doctor हो या टीचर या Politicians हो तो फिर ज्योतिषी भी तो गलत हो सकते है जिन सिद्धांतो का आप जिक्र कर रहे है वह बाद में बनाए गए है जैसे कालसर्प दोष, प्रेत दोष etc. यह वैज्ञानिक नहीं है यह केवल कुछ लोगो ने अपने लाभ के लिए बनाए. लेकिन इससे यह सिद्ध नहीं होता की ज्योतिष गलत है.-------------मै in short यह कहना चाहता हु कि 1. ज्योतिष उसी आधार पर टिक्की है जो श्री कृष्णा ने गीता में कही थी कि कर्म ही सब कुछ है.-------------------2. की अगर ज्योतिष अवैज्ञानिक है तो हजारो साल पहले हमारे गुरुओ ने यह कैसे जाना की सात ग्रह है जिनके द्वारा ही सात दिनों का सप्ताह निश्चित किया गया. और यही सात दिन हर धर्म में है चाहे वो मुस्लिम हो या इसाई.-----------3. जो 12 महीने 12 राशियो की अनुसार निश्चित किये गए वह सभी धर्म में मान्य है तो क्या सभी धर्म गलत है, ऐसा तो संभव नहीं हो सकता कि सभी धर्म जो इतने सालो से माने जा रहे है उनका कोई आधार नहीं है, क्योकि जिनका आधार नहीं था समाज ने समय समय पर उन कुरीतियों को निकाल दिया जैसे सतीप्रथा आदि. तो ज्योतिष का विरोध क्यों नहीं हुआ.------------4. जिस नासा ने अब खोजा की मंगल का रंग लाल है वह तो हमारे धर्म में हजारो सालो से मंगलवार को सिंदूर का दान बताते है मंगल के उपाय के तौर पर ,-------------5. जो नासा के वैज्ञानिक अब कहते है कि शनि ग्रह एक गैसीय ग्रह है जहा तरह तरह की गैसे है उन्ही गैसों से वहा एक चक्र घूमता है तो ज्योतिष में भी तो हजारो साल पहले शनि ग्रह की प्रकति वात की बताई गयी है और उसे गैस के सारे रोगों का कारण बताया गया है.---------------6. जिस राहू-केतु की खोज 2006 में हुई जो चंद्रमा के आसपास घुमने वाले दो द्रुव है तो वह राहू केतु हमारे सिधान्तो में तो कब से है.------------------7. जिस शनि ग्रह का NASA ने अब Colour नीला बताया है उस शनि ग्रह का रंग तो हमने हजारो साल पहले ही बता रखा है , बस कहना तो बहुत कुछ चाहता हु पर अब इसे विराम देता हू ।।
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